The 5-Second Trick For lyrics of shiv chalisa

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।

देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

O Lord, the beloved daughter of Maina on Your still left provides towards your splendid appearance. O Wearer in the lion’s pores and skin, the trishul as part of your hand destroys all enemies.

अर्थ- हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी click here आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।

लिङ्गाष्टकम्

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

आपके पास पूजा के लिए दूध दही घी शक्कर शहद यानि पंचामृत तथा चंदन पुष्प बेलपत्र त्रिशूल डमरू आदि होने चाहिए अगर आपका व्रत है तो शाम को पूजा करने के बाद ही व्रत खोलें अंत में प्रसाद वितरण करें

अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

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